जल गया कौन मेरे हँसने पर By Sher << ये ख़ून रंग-ए-चमन में बदल... कितने ही ग़म निखरने लगते ... >> जल गया कौन मेरे हँसने पर ''ये धुआँ सा कहाँ से उठता है'' Share on: