जलेगा दिल तुम्हें बज़्म-ए-अदू में देख कर मेरा By Sher << क्या कहें कितने मरासिम थे... 'जौहर' तुम्हें नफ... >> जलेगा दिल तुम्हें बज़्म-ए-अदू में देख कर मेरा धुआँ बन बन के अरमाँ महफ़िल-ए-दुश्मन से निकलेंगे Share on: