जम्अ हैं सारे मुसाफ़िर ना-ख़ुदा-ए-दिल के पास By Sher << जिन्हें हासिल है तेरा क़ु... हाँ वो दिन याद हैं जब हम ... >> जम्अ हैं सारे मुसाफ़िर ना-ख़ुदा-ए-दिल के पास कश्ती-ए-हस्ती नज़र आती है अब साहिल के पास Share on: