ज़माना इश्क़ के मारों को मात क्या देगा By Sher << ये हादसा भी तिरे शहर में ... नई फ़ज़ा के परिंदे हैं कि... >> ज़माना इश्क़ के मारों को मात क्या देगा दिलों के खेल में ये जीत हार कुछ भी नहीं Share on: