ज़माने की कशाकश का दिया पैहम पता मुझ को By Sher << ज़मीं पर हैं वो कुछ मिट्ट... ज़बान ओ दहन से जो खुलते न... >> ज़माने की कशाकश का दिया पैहम पता मुझ को कहीं टूटे हुए दिल ने कहीं टूटे हुए सर ने Share on: