जन्नत है उस बग़ैर जहन्नम से भी ज़ुबूँ By Sher << आँखें ही मिलाती हैं ज़मान... गहरी ख़मोश झील के पानी को... >> जन्नत है उस बग़ैर जहन्नम से भी ज़ुबूँ दोज़ख़ बहिश्त हैगी अगर यार साथ है Share on: