ज़रा सा दर्द और इतनी दवाएँ By Sher << बस कि थी रोने की आदत वस्ल... पार दरिया-ए-शहादत से उतर ... >> ज़रा सा दर्द और इतनी दवाएँ पसंद आई नहीं चारागरी तक Share on: