ज़ेर-ए-लब है अभी तबस्सुम-ए-दोस्त By Sher << ज़िंदगी क्या किसी मुफ़लिस... ये दाग़ दाग़ उजाला ये शब-... >> ज़ेर-ए-लब है अभी तबस्सुम-ए-दोस्त मुंतशिर जल्वा-ए-बहार नहीं Share on: