ज़ुल्म की टहनी कभी फलती नहीं By Sher << वहशतें कुछ इस तरह अपना मु... आँसू हैं कफ़न-पोश सितारे ... >> ज़ुल्म की टहनी कभी फलती नहीं नाव काग़ज़ की कहीं चलती नहीं Share on: