जवाब देने की मोहलत न मिल सकी हम को By Sher << हसरत-ए-मौसम-ए-गुलाब हूँ म... कल तक जो शफ़्फ़ाफ़ थे चेह... >> जवाब देने की मोहलत न मिल सकी हम को वो पल में लाख सवालात कर के जाता है Share on: