झोंके के साथ छत गई दस्तक के साथ दर गया By Sher << हर कोई अपनी फ़हम-ए-नाक़िस... लफ़्ज़ रंगों में नहाए हुए... >> झोंके के साथ छत गई दस्तक के साथ दर गया ताज़ा हवा के शौक़ में मेरा तो सारा घर गया Share on: