जिधर भी जाता है वो शोला-ए-बहार-सरिश्त By Sher << मिरे अक़ब में है आवाज़ा-ए... चश्मा-ए-आब-ए-रवाँ है जो स... >> जिधर भी जाता है वो शोला-ए-बहार-सरिश्त दुआएँ देता है अम्बोह-ए-कुश्तगाँ उस को Share on: