जिन के मज़बूत इरादे बने पहचान उन की By Sher << बद-गुमाँ हो के मिल ऐ दोस्... अपनी पहचान भीड़ में खो कर >> जिन के मज़बूत इरादे बने पहचान उन की मंज़िलें आप ही हो जाती हैं आसान उन की Share on: