जिन पत्थरों को हम ने अता की थीं धड़कनें By Sher << रात को आ कर जो तुम मिलते ... जब मैं ने कहा आँखें छुपा ... >> जिन पत्थरों को हम ने अता की थीं धड़कनें जब बोलने लगे तो हमीं पर बरस पड़े Share on: