जिन्हें तिरे नाम की चाह है ये ज़मीन उन की गवाह है By Sher << तले तेग़ के वो इबादतें ति... ज़िंदगी बस मुस्कुरा के रह... >> जिन्हें तिरे नाम की चाह है ये ज़मीन उन की गवाह है वहीं कर्बला का वो दश्त है वहीं क़स्र-ए-कूफ़ा-ओ-शाम है Share on: