जिंस-ए-वफ़ा का दहर में बाज़ार गिर गया By Sher << इतना भी ना-उमीद दिल-ए-कम-... फूलों का तबस्सुम भी वो पह... >> जिंस-ए-वफ़ा का दहर में बाज़ार गिर गया जब इश्क़ फ़ैज़-ए-हुस्न का हामिल नहीं रहा Share on: