जिस भी फ़नकार का शहकार हो तुम By Sher << न ग़ैर ही मुझे समझो न दोस... सुना है अम्न-परस्तों का व... >> जिस भी फ़नकार का शहकार हो तुम उस ने सदियों तुम्हें सोचा होगा Share on: