जिस दौर में लुट जाए ग़रीबों कमाई By Sher << कोई तो ऐसा घर होता जहाँ स... क़यामत-ख़ेज़ है सुर्ख़ी य... >> जिस दौर में लुट जाए ग़रीबों कमाई उस दौर के सुल्तान से कुछ भूल हुई है Share on: