जिस हवा ने मुझे जलाए रखा By Sher << कोई ऐसी दवा दे चारा-गर यही सबब है कि अक्सर उदास ... >> जिस हवा ने मुझे जलाए रखा फिर उसी ने बुझा दिया मुझ को Share on: