जिस कूँ पिव के हिज्र का बैराग है By Sher << तिरी वफ़ा में मिली आरज़ू-... कबूतरों में ये दहशत कहाँ ... >> जिस कूँ पिव के हिज्र का बैराग है आह का मज्लिस में उस की राग है Share on: