जिस में लाखों बरस की हूरें हों By Sher << जो गुज़रते हैं 'दाग़&... जिस ख़त पे ये लगाई उसी का... >> जिस में लाखों बरस की हूरें हों ऐसी जन्नत को क्या करे कोई where virgins aged a million years reside hopes for such a heaven why abide Share on: