जिस तरफ़ को मैं गया रोता हुआ By Sher << मिरी ज़िंदगी तो गुज़री ति... कुछ देखने की दिल में तमन्... >> जिस तरफ़ को मैं गया रोता हुआ ता-फ़लक रू-ए-ज़मीं दरिया हुआ Share on: