जितने उस के फ़िराक़ में गुज़रे By Sher << ये रास रंग ये मेल मिलन इक... एक उजड़ी हुई हसरत है कि प... >> जितने उस के फ़िराक़ में गुज़रे दिन वो शामिल कहाँ हैं जीने में Share on: