जो मह ओ साल गुज़ारे हैं बिछड़ कर हम ने By Sher << कटी हुई है ज़मीं कोह से स... हम बहर हाल दिल ओ जाँ से त... >> जो मह ओ साल गुज़ारे हैं बिछड़ कर हम ने वो मह ओ साल अगर साथ गुज़ारे होते Share on: