जो सारे हम-सफ़र इक बार हिर्ज़-ए-जाँ कर लें By Sher << आम के पेड़ों के सारे फल स... इन बुतों ने मुझ को बे-ख़ु... >> जो सारे हम-सफ़र इक बार हिर्ज़-ए-जाँ कर लें तो जिस ज़मीं पे क़दम रक्खें आसमाँ कर लें Share on: