क़ाएम मैं ग़ज़ल तौर किया रेख़्ता वर्ना By रेख़्ता, Sher << 'क़ाएम' मैं इख़्त... 'क़ाएम' जो कहें ह... >> क़ाएम मैं ग़ज़ल तौर किया रेख़्ता वर्ना इक बात लचर सी ब-ज़बान-ए-दकनी थी Share on: