काँटों पे मिस्ल-ए-क़ैस कहाँ तक रवाँ-दवाँ By Sher << तुम को मालूम जवानी का मज़... ये दीवाने हैं महव-ए-दीद द... >> काँटों पे मिस्ल-ए-क़ैस कहाँ तक रवाँ-दवाँ लैला-ए-जाँ है जिस्म की महमिल से दिल उचाट Share on: