कब मैं कहता हूँ कि तेरा मैं गुनहगार न था By Sher << कहता है आइना कि है तुझ सा... जूँ शीशा भरा हूँ मय से ले... >> कब मैं कहता हूँ कि तेरा मैं गुनहगार न था लेकिन इतनी तो उक़ूबत का सज़ा-वार न था i have sinned against you, i certainly agree but was i still deserving of such cruelty Share on: