कभी जो यार को देखा तो ख़्वाब में देखा By Sher << खो गई जा के नज़र यूँ रुख़... 'जमाल' हर शहर से ... >> कभी जो यार को देखा तो ख़्वाब में देखा मिरी मुराद भी आई तो मुस्तआर आई Share on: