कभी ख़ाक वालों की बातें भी सुन By Sher << लहू में उतरती रही चाँदनी हर आँख में थी टूटते लम्हो... >> कभी ख़ाक वालों की बातें भी सुन कभी आसमानों से नीचे उतर Share on: