कहानी हो कोई भी तेरा क़िस्सा हो ही जाती है By Sher << ये क्या कि हर वक़्त जी-हु... अहल-ए-दिल ने कभी मख़लूत ह... >> कहानी हो कोई भी तेरा क़िस्सा हो ही जाती है कोई तस्वीर देखूँ तेरा चेहरा हो ही जाती है Share on: