कहीं है ईद की शादी कहीं मातम है मक़्तल में By Sher << कहना किसी का सुब्ह-ए-शब-ए... कब निकलता है अब जिगर से त... >> कहीं है ईद की शादी कहीं मातम है मक़्तल में कोई क़ातिल से मिलता है कोई बिस्मिल से मिलता है festive joy in places, elsewhere gloom of genocide some like the murderer rejoice, some victim-like abide Share on: