कलेजे में हज़ारों दाग़ दिल में हसरतें लाखों By Sher << अभी छुटी नहीं जन्नत की धू... आया ये कौन साया-ए-ज़ुल्फ़... >> कलेजे में हज़ारों दाग़ दिल में हसरतें लाखों कमाई ले चला हूँ साथ अपने ज़िंदगी भर की Share on: