कमाँ अबरू निपट शह-ज़ोर हैगा By Sher << मंज़रों के भी परे हैं मंज... अब इन हुदूद में लाया है इ... >> कमाँ अबरू निपट शह-ज़ोर हैगा कि शाख़-ए-आश्नाई तोड़ डाली Share on: