कम-ज़र्फ़ ज़माने की हिक़ारत का गिला क्या By Sher << मय-ए-कोहना न सही ख़ून-ए-त... 'नबील' ऐसा करो तु... >> कम-ज़र्फ़ ज़माने की हिक़ारत का गिला क्या मैं ख़ुश हूँ मिरा प्यार समुंदर की तरह है Share on: