कर के ज़ख़्मी तू मुझे सौंप गया ग़ैरों को By Sher << तज़्किरा सोज़-ए-मोहब्बत क... शोरीदगी के हाथ से है सर व... >> कर के ज़ख़्मी तू मुझे सौंप गया ग़ैरों को कौन रक्खेगा मिरे ज़ख़्म पे मरहम तुझ बिन Share on: