काट आगाहियों की फ़स्ल मगर By Sher << उन की याद में बहते आँसू ख... इस घूमती ज़मीन का मेहवर ह... >> काट आगाहियों की फ़स्ल मगर ज़ेहन में कुछ नए सवाल उगा Share on: