कौन जाने था उस का नाम-ओ-नुमूद By Sher << फबती तिरे मुखड़े पे मुझे ... मैं पा सका न कभी इस ख़लिश... >> कौन जाने था उस का नाम-ओ-नुमूद मेरी बर्बादी से बना है इश्क़ Share on: