कौन क़तरे में उठाता है तलातुम By Sher << वा'दे का ए'तिबार ... शब-ए-वस्ल क्या जाने क्या ... >> कौन क़तरे में उठाता है तलातुम और अंतर-आत्मा तक सींचता है Share on: