कौन ताक़ों पे रहा कौन सर-ए-राहगुज़र By चराग़, हवा, Sher << फूल क्या डालोगे तुर्बत पर... इस से पहले मैं कभी आबाद घ... >> कौन ताक़ों पे रहा कौन सर-ए-राहगुज़र शहर के सारे चराग़ों को हवा जानती है Share on: