ख़ाक छनवाती है दीवानों से अपने मुद्दतों By Sher << और बाज़ार से ले आए अगर टू... उन सफ़ीनों की तबाही में ह... >> ख़ाक छनवाती है दीवानों से अपने मुद्दतों वो परी जब तक न कर ले दर-ब-दर मिलती नहीं Share on: