ख़िज़ाँ का ज़हर सारे शहर की रग रग में उतरा है By Sher << दोस्तों के साथ दिन में बै... पागल-पन में आ कर पागल कुछ... >> ख़िज़ाँ का ज़हर सारे शहर की रग रग में उतरा है गली-कूचों में अब तो ज़र्द चेहरे देखने होंगे Share on: