लकीरें पीटने वालों को 'ख़ालिद' By Sher << मिलने वाले से राह पैदा कर धूम थी अपनी पारसाई की >> लकीरें पीटने वालों को 'ख़ालिद' लकीरों पर हँसी आने लगी है Share on: