ख़ून जब अश्क में ढलता है ग़ज़ल होती है By Sher << दिल ने हर दौर में दुनिया ... हर सम्त है वीरानी सी वीरा... >> ख़ून जब अश्क में ढलता है ग़ज़ल होती है जब भी दिल रंग बदलता है ग़ज़ल होती है Share on: