ख़ूब-रूयों की मोहब्बत से करें क्यूँ तौबा By Sher << तुझ से मिलने पर बुत-ए-बेद... था ज़िंदगी में मर्ग का खट... >> ख़ूब-रूयों की मोहब्बत से करें क्यूँ तौबा दीन अपना है यही और यही इस्लाम अपना Share on: