ख़ुद अपने आप से लेना था इंतिक़ाम मुझे By Sher << किसी को रश्क आए क्यूँ न क... इश्क़ की आग ऐ मआज़-अल्लाह >> ख़ुद अपने आप से लेना था इंतिक़ाम मुझे मैं अपने हाथ के पत्थर से संगसार हुआ Share on: