ख़ुद अपने पाँव भी लोगों ने कर लिए ज़ख़्मी By Sher << ख़ुद-कुशी के लिए थोड़ा सा... कभी क़रीब कभी दूर हो के र... >> ख़ुद अपने पाँव भी लोगों ने कर लिए ज़ख़्मी हमारी राह में काँटे यहाँ बिछाते हुए Share on: