ख़ुद वो करते हैं जिसे अहद-ए-वफ़ा से ताबीर By Sher << किसी की बाज़ी कैसी घात जी में आता है कि 'शौक... >> ख़ुद वो करते हैं जिसे अहद-ए-वफ़ा से ताबीर सच तो ये है कि वो धोका भी मुझे याद नहीं Share on: