ख़ुदा जाने गिरेबाँ किस के हैं और हाथ किस के हैं By Sher << वो क्या तलब थी तिरे जिस्म... अजनबी बूद-ओ-बाश के क़ुर्ब... >> ख़ुदा जाने गिरेबाँ किस के हैं और हाथ किस के हैं अंधेरे में किसी की शक्ल पहचानी नहीं जाती Share on: