ख़ुदा जाने ज़माना आज किस हालत में रहता है By Sher << अयादत होती जाती है इबादत ... जुनूँ के कैफ़-ओ-कम से आगह... >> ख़ुदा जाने ज़माना आज किस हालत में रहता है कि वीरानों से बढ़ कर है चमन-ज़ारों की रुस्वाई Share on: